मेरा एस यु वी (SUV) है मेरे पापा . कभी कभी घोड़ा बनकर , मुझे अपनी पीठ पर बैठा कर चक्कर लगवाते है . मै उनकी पीठ पर बैठकर बहुत ही खुश होता हूँ, मेरी खुशी आप तस्वीरों में देख सकते है . वैसे उनकी पीठ काफी चौडी है इसलिए मेरे दोनों पैर नीचे नहीं आ पाते है सो गिरने का ख़तरा बना रहता है पर आज तक उन्होंने मुझे कभी गिरने नहीं दिया है . हाँ मेरी इस ट्रिप के बाद पापा के घुटने दर्द करते है पर मेरी खुशी के आगे ये दर्द मायने नहीं रखता !
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ऐसे कुछ घोड़ों से यहाँ आकर मिला जा सकता है -
चलता बहुत मटककर : रावेंद्रकुमार रवि का नया शिशुगीत
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