दिवाली के दिन मेरे कालोनी में हाथी आया . हाथी को देखकर मेरा मन डोलने लगा , कुछ बच्चे सवारी कर रहे थे , एक राउंड का २० रुपयें लग रहे था . पापा ने मुझे भी हाथी पर बैठा दिया , हाथी पर बैठते ही मेरी सिट्टी पिट्टी गुम हो गयी , बहुत डर लगने लगा और रोने लगा , रोने की तीव्रता बढ़ने पर पापा ने मुझे उतरवा दिया . वहीं पर बहुत सारे बच्चें हाथी की सवारी कर रहे थे,पर मै तो हाथी देख कर ही खुश था.
मेरा नाम माधव हूँ.. .. मेरा जन्म मंजू गीता मिश्रा होस्पीटल पटना में हुआ .आज कल मै मम्मी - पापा के साथ दिल्ली में रहता हूँ.सबका लाडला हूँ और खूब शैतानियाँ करता हूँ . इन सबको सहेज कर पापा (मृत्युंजय कुमार राय) ने ये ब्लॉग बनाया है जहां आप मेरे जहाँ को देख- पढ़ सकते है.
पापा का अपना ब्लॉग भी है - http://qsba.blogspot.com/
1 comments:
वाह..... क्या बात है....
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