Thursday, July 29, 2010

क्या कभी ऐसे पाउडर लगाया है आपने ?




Tuesday, July 27, 2010

आल इज नॉट वेल


२५ जुलाई को आल इज वेल( Three idiots) फिल्म टी वी पर आई थी , पर उसके पहले ही माधव अन वेल (Un-well) हो गया . २३ तारीख को माधव को बुखार हो गया , मम्मी ने पारासीटामोल दिया, पर बुखार नहीं उतरा . माधव कमजोर हो गया और चेहरा छोटा पड़ गया . अगले दिन भी कोई सुधार नहीं हुआ तो मम्मी ने डाक्टर के पास जाने के लिए कहा , पापा ने थोड़ी टाल मटोल की पर मम्मी नहीं मानी . फिर मम्मी पापा के साथ माधव माडल टाउन -II, स्थित डाक्टर सुरेश बाली के पास ले गए . डाक्टर साहब ने माधव की जीभ देखनी चाही पर माधव ने नहीं दिखाई , बहुत जबरदस्ती कर डाक्टर साहब ने माधव की जीभ और गला देखा . फिर पेट देखने की बात आई , अबकी बार माधव रोने लगा और डाक्टर साहब की दी हुई चोकलेट भी फेंक दी . डाक्टर साहब ने बताया की वायरल बुखार है एक दो दिन में उतर जायेंगा .एक बात और प्रेस्क्रिप्सन स्लिप पर डाक्टर साहब में माधव का नाम पूछा और लिखा माधव गुंडा . फिर माधव का वजन हुआ , १४ किलो .

दो दिन दवा खाया तब जाकर बुखार उतरा , २५ को जब आल इज वेल( three idiots) आ रही थी तब तक माधव में सुधार हो चुका था , कल से माधव ठीक है.

एक बात और, आज कल मेरे नाना - नानी आये हुवे है . नानी मेरे लिए कई खिलोने लाई है, एक खिलोना तो बहुत सुन्दर है . नाना नानी के साथ खूब खेलता हूँ और बाहर घुमने का भी मौका मिल रहा है . नाना नानी के साथ की कुछ और बाते आगे बताउंगा , तब तक के लिए शुक्रिया.

आपका

माधव

Thursday, July 22, 2010

All is Well



२५ जुलाई को टी वी पर पहली बार थ्री इदियट्स फिल्म आ रही है .इस फिल्म का गाना आल इस वेल मुझे बहुत पसंद है . जब भी ये गाना टी वी पर आता है , कही भी हूँ दौड़ा दौड़ा टी वी वाली कमरे में पहुच जाता हूँ , और तो और ये गाना मै गाता भी हूँ .

Monday, July 19, 2010

प्रगति मैदान की सैर , 17/07/2010


शनिवार को घुमने प्रगती मैदान गया था . बहुत उमस था , हल्की बारिस हुई और उमस दुगुनी हो गयी . खैर मम्मी के कहने पर पापा प्रगती मैदान ले गए . वहा एक एक्सपो लगा हुआ था . मानसरोवर झील पानी से लबालब थी. झील में पानी देखकर बहुत अच्छा लगा , पिछले बार जब हम मई में वहां गए थे तो झील में एक बूंद भी पानी नहीं था , पर इस बार पानी था. दो घंटे हम वहां रहे फिर चांदनी चौक गए . वहां गुरुद्वारा सीशगंज साहिब में जाकर मत्था टेका .गुरुवाणी सूनी . फिर पराठे वाली गली गए , पर पराठे नहीं खाए , वहां के दूकान में गन्दगी थी . फिर हम पेट पूजा करने हल्दी राम, रेस्टोरेंट में गए .वहां हमने छोले भटूरे , राज कचोरी और नुडल्स खाए फिर घर वापस





मानसरोवर झील



\.

छोले भठूरे

Friday, July 16, 2010

माधव की बॉडी बिल्डिंग


माधव ने डम्ब बेल देखे और सोचा कुछ हाथ आजमाया जाय . पर बहुत प्रयास के बाद भी डम्ब बेल नहीं उठे . फिर सोचा कुछ बड़ा हो जाऊ फिर बॉडी बनाउंगा , वैसे अपनी बॉडी सबको दिखाता रहता है माधव .









Sunday, July 11, 2010

माधव एक्सप्रेस : ट्रेन छुक छुक

पिछले हफ्ते मम्मी के साथ मेट्रो से कही गया . मेट्रो में बहुत मजा आया . अगले दिन फिर मम्मी से मेट्रो में चलने की जिद की . "ट्रेन छुक छुक " कह कर रोने लगा . काटू, पटाखा सब का डर दिखाया गया पर मै नहीं माना , ट्रेन छुक छुक कह कर रोता रहा . हारकर मम्मी पापा मुझे लेकर बाहर गए , मेट्रो में तो नहीं घुमाया पर मेरे लिए एक ट्रेन खरीदा . उस खिलौना ट्रेन में भी मेट्रो की तरह ही चार डब्बे है .

ट्रेन चलती है तो ताली बजाता हूँ . ट्रेन से दिल भर गया तो फिर खुराफात करने लगा . माओवादी बन गया और ट्रेन की पटरी उखाड़ डाली .





ट्रेन छुक छु

माओवादी माधव



ट्रेन छुक छुक










Wednesday, July 7, 2010

सॉकर वर्ल्ड कप :२०१० की एक याद

सॉकर वर्ल्ड कप समाप्त होने जा रहा है , मै अभी ढाई साल का हूँ , मै भला इसके बारे में क्या जानू पर इस वर्ल्ड कप से जुड़ी एक बात है, जिससे मै जुड़ा और जिसकी याद मै आगे भी याद रखूंगा . वो है सकीरा का वर्ल्ड कप थीम गीत . वाका -वाका गाना जब भी टी वी पर आता है मै टी वी से चिपक जाता हूँ . मुझे ये गाना बहुत ही पसंद है . 9XM चैनेल पर ये गाना खूब आता है (इस गाने के विडियो में काटू भी है ).

२०१० फीफा वर्ल्ड कप में अब बस एक मैच ( फ़ाइनल ) होना बाकी है , खेल से जुड़े खिलाड़ी और अन्य लोग अपनी - अपनी यादों के साथ ११ जुलाई २०१० को फीफा वर्ल्ड कप को विदा कर देंगे , मै भी अपनी एक याद को तमाम उम्र संभाल कर रखूंगा .
इस वर्ल्ड कप की एक याद तो हमेशा रहेंगी मेरे साथ !
वाका वाका .................................



"भारत बंद" है "माधव बंद" नहीं( 05/07/2010)

परसो भारत बंद था इसलिए जाम के चलते पापा ऑफिस नहीं जा पाए .मैंने इस बंद का भरपूर लाभ उठाया , पापा के साथ खूब खेला .जब घर में खेल कर बोर हो गया तो बाहर जाने की जिद की . पापा नहीं माने तो रोने लगा , फिर मम्मी ने कहा की आज "भारत बंद" है "माधव बंद" नहीं है . सुबह से ही दिल्ले में बादल छाए हुवे थे और हल्की बारिस भी हुई थी ,बारिस होने के बाद की धुप बहुत कड़ी होती है , उसी कड़ी धुप में पापा मुझे लेकर बाहर गए . एक घंटे में पार्क में खेला फिर वापस घर आया .




















आज "भारत बंद" है "माधव बंद" नहीं


















आज "भारत बंद" है "माधव बंद" नहीं

Saturday, July 3, 2010

इंडिया गेट 02/07/2010

कल मम्मी पापा के साथ इंडिया गेट गया था . वहाँ पर बहुत सारे पक्षी ( कौवे और मैना) थे. कौवों को मैंने बिस्कुट खिलाया , बिस्कुट खिलाने के बाद उनके पीछे -पीछे दौड़ने लगा . कोवों ने मुझे भाग भाग कर थका दिया.















Friday, July 2, 2010

जू जू वाला नया टी शर्ट

जू जू को तो आप जानते ही होंगे , वोडाफोन वाला जू जू . मेरी एक नयी टी शर्ट पर भी जू जू है . मम्मी ने ये जू जू वाला नया टी शर्ट कमला नगर मार्केट से खरीदा है. मै जू जू को जान गया हूँ , पूछे जाने पर सबको बताता हूँ जू जू मेरे टी शर्ट पर है . नयी टी शर्ट पहन कर सबको जू जू दिखाता हूँ , आप भी देख ले



















































































 
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