Wednesday, June 29, 2011

रियो (Rio)

दो तीन दिन से दो Animation फिल्मे देख रहा हूँ , एक है कुंग फू पांडा (Kung Fu Panda) दुसरी है रियो(Rio) . सुबह शाम यही दो फिल्मे देख रहा हूँ . रियो से ज्यादा लगाव है .





Tuesday, June 28, 2011

बक बक बक बक

पिछले दो महीने से मेरे स्कुल की छुट्टी है . मै दिन भर घर में रहता हूँ , अब तीन साल का बच्चा दिन भर घर में रहेगा तो शैतानी और उधम तो मचेगा ही ! तो बस आज कल मेरे बक बक से मम्मी परेशां है . दिन भर कुछ ना कुछ करता रहता हूँ . मम्मी से कुछ ना कुछ की फरमाइस होती रहती है . मेरे बक बक बोलने से मम्मी परेशां है . मेरे कुछ बक बक यु है

मम्मी टी वी देखना है
मम्मी क्मुट (कंप्यूटर ) में गेम खेलना है
चाय पीनी है
नमन के पास जाना है
पोटी करना है
सु सु करना है
खाना खाना है
बाहर जाना है
कुर कुरे खाना है
चाकलेट खाना है
पानी पीना है
कोल्ड ड्रिंक पीना है
घूमने जाना है
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Thursday, June 23, 2011

बम बम बोले

"तारे जमीन पर" फिल्म का ये गाना माधव ने कुछ दिन पहले टी वी पर सूना . गाना सुनने के बाद माधव जी इस गाने के दीवाने हो गए है . दिन में दो चार बार कंप्यूटर पर इस गाने को देखते है और डांस भी करते है .

Monday, June 20, 2011

फादर्स डे

कल फादर्स डे पर मैने नए कपडे पहने और मम्मी पापा के साथ एक माल में गया . वहाँ मैंने खिलौना गाड़ी चलाई . गाड़ी चलाने के बाद मैंने पापा से कहा " बहुत मजा आया " . फिर हम डोमिनोज़ में गए . वहाँ मम्मी पापा ने पिज्जा खाया , मुझे पिज्जा पसंद नहीं है सो मैंने कोक पीया . फिर माल से ही पापा ने मेरे लिए ABCD puzzle game पजल गेम खरीदा .




नया पैंट टी शर्ट









फार्मूला वन रेस








Sunday, June 19, 2011

दादी ने बोर्नबीटा दिया

पिछली बार जब मै आरा से दिल्ली आ रहा था ,दादी ने मुझे बोर्नबीटा दिया था , पीने के लिए .शुरू में मैंने मना कर दिया फिर मम्मी ने चाय कह कर देनी शुरू किया तो मैंने पीना शुरू कर दिया है . अब मम्मी मुझे रोज दूध में बोर्नबीटा डाल कर देती है और बोलती है माधव चाय पी लो .और मै दुघ पी लेता हं .

Saturday, June 18, 2011

मेरा टेरेस गार्डन








Friday, June 17, 2011

दही रोटी

आज कल का मेरा फेवरिट खाना दही रोटी है . वो भी पापा के हाथ से . आज कल मै कुछ दुबला सा हो गया हूँ , कई लोगो ने इस बात को नोटिस किया है , सो मम्मी पापा मेरे हेल्थ का कुछ खास ध्यान रख रहे है .














Tuesday, June 14, 2011

पापा आप मेरे लिए क्या लाये हो ?

शाम को ऑफिस से जब घर पहुचता हो माधव दौड़ा दौड़ा आता है , गोद में आकर पूछता है: पापा आप मेरे लिए क्या लाये हो ? कुछ मिल गया तो ठीक है , नहीं मिला तो मासूम सवाल फिर आता है कुछ तो लाये हो ? मम्मी नेABCD Puzzle game पजल गेम के बारे में बता दिया है. जनाब रोज डिमांड कर रहे है . पास के बाजार में खोजा नहीं मिला , अब किसी दिन समय निकाल कर कनाट प्लेस जाना पडेगा , इस ABCD Puzzlw game को लाने के लिए .

आज घर पहुचने पर फिर वही सवाल होगा- पापा आप मेरे लिए क्या लाये हो ?







Mrityunjay Kumar Rai



Thursday, June 9, 2011

गौरैया


आरा में मेरे घर में कई गौरैया ने अपना घोसला बनाया है . एक घोसला तो एक शीशे (ड्रेसिंग टेबल) के ठीक ऊपर था घोसलों में कई चूजे भी थी जो शोर मचाते थे . हमने इन मेहमानों का पूरा ध्यान भी रखा है , जिस शीशे (ड्रेसिंग टेबल) पर गौरैया ने घोसला बनाया है उसका प्रयोग बंद कर दिया गया है . गौरैया के टकराने के डर से पंखे भी नहीं चलाये जा रहे है .

मेरे लिए गौरैया काफी कौतुहल की चीज थी.


Tuesday, June 7, 2011

टिंकू जिया और तेरा ही जलवा

पिछले महीने जब मै आरा गया था तब शादी में वहाँ " टिंकू जिया" गाना खूब बजता था . राघव भैया भी इस गाने को गाते थे . बाद में ये मेरा भी फेवरेट गाना बन गया और शुरू की कुछ लाइन मै भी गाता हूँ , टिंकू जिया .

"तेरा ही जलवा " गाना भी मै खूब पसंद कर रहा हूँ . और तो और इस गाने पर डांस करना भी शुरू कर दिया है .






Monday, June 6, 2011

शर्मनाक

रामलीला मैदान में बैठे लोग किसी नौकरी की मांग नहीं कर रहे थे , ना ही ये अपनी अधिगृहित जमीन का मुवावजा मांग रहे थे . ये लोग एक Common Cause के लिए अनशन पर बैठे थे . बिलकुल शांति पूर्ण और अहिंसक अनशन . आधी रात में इन निहत्थो पर लाठी - गोलियाँ बरसाना शर्मनाक है .

सरकार के इस कृत्य का मै घोर विरोध करता हूँ .


























Thursday, June 2, 2011

विवाह की कुछ तसवीरें

निधी बुआ की शादी की कुछ तसवीरें



मंडप की तैयारी




मंडप की तैयारी



खाने की तैयारी


मिठाइयाँ तैयार


हम भी तैयार


एक फोटू और

आरा ,शादी , मस्ती

बहुत दिन बाद ब्लॉग पर आया हूँ . १४ मई से स्कुल की छुट्टी थी . १९ मई को हम आरा चले गए . वहा मेरी निधी बुआ की शादी (२७ मई ) थी . शादी में शामिल हो बहुत मजा आया .बच्चों की एक पूरी टोली थी.हमारा गैंग कुछ यु था - वर्षा दीदी , ऋतू दीदी , राघव भैया , अनुष , मीनाक्षी , अनुष्का , शगुन और माधव . शादी में शरीक होने कई लोग आये थे ,कई रिश्तेदारों से मैं पहली बार मिला . सफल आयोजन के बाद , ३१ मई को हम फिर वापस दिल्ली आ गए .


हमारा घर


मौजा ही मौजा


सखा टोली



शगुन (नन्ही परी )



 
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