मैंने बताया था की पापा मेरे लिए कनाट प्लेस से नर्सरी राईम की एक डी वी डी लाये थे . अब पापा उस डी वी डी को लाकर पछता रहे है. कारण ये है की मुझे उस डी वी डी के राइम बहुत अच्छे लगे है और वक्त बेवक्त मै पापा या मम्मी से कम्पुटर खोलकर वो डी वी डी चलाने के लिए कहता हूँ . रात को जब सोने का समय होता है तो मुझे नर्सरी राइम "जानी जानी यस पापा "की याद आती है , पापा /मम्मी को कम्पुटर चलाने के लिए बोलता हूँ , मांग ना माने जाने की सूरत में रोने लगता हूँ , अब तो कम्पुटर खोलने भी आ गया है , बस फाइल को खोजकर चलाने भर सीखने की देर है .
नर्सरी राइम मेरे दोस्तों को ( तनु / नमन ) को भी बहुत भाती है .आजकल उनकी स्कुल की छुट्टी हो रखी है, सुबह सुबह ही मेरे घर आ जाते है नर्सरी राइम सुनने के लिए . मै पापा /मम्मी से कहकर कम्पुटर खुलवाता हूँ और उनके साथ बैठकर नर्सरी राईम सुनता हूँ . एक भी राइम अभी याद तो नहीं हुई पर five little monkey jumping on the bed वाली राईम सुनकर और देखकर मै भी बेड जम्प करने लगा हूँ ,,जम्प करने के बाद सबको ताली बजाने के लिए कहता हूँ , सब जबरदस्ती ताली बजाते है , आप भी देख ले .
6 comments:
माधव जी आपके स्टंट तो जोरदार हैं
और फिर rhyme सुनना बुरी बात तो नहीं है
वाह....राईम में जो है वही तो करते हो.. :):)
जल्दी से कम्पूटर में फाइल ढूँढना भी सीख लो....
बहुत ही प्यारी प्रस्तुती /
इतनी बढ़िया बढ़िया बातें सुन कर एक ही दुआ निकलती है
तुम जियो हज़ारों लाल
हर साल के दिन हों पचास हज़ार
...और ऐसे ही पहले पापा तुम्हारे लिये ये सब तोहफ़े लाते रहें और तीस साल बाद फिर तुम उन के लिये ये सब काम करना...........
शुभकामनायें एवं आशीष
...बहुत सुन्दर !!!
माधव, खूब जम्प करो..यही तो दिन हैं जम्प करने व मस्ती करने के...शुभकामनायें.
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