हरिद्वार में मुंडन कराने के बाद हम सब दिल्ली लौट आये . मै , मम्मी ,पापा , बुआ , बड़ी मम्मी दादी , राघव भैया और बुआ की छोटी नन्ही परी ( उम्र -दो महीने ). राघव भैया के साथ मेरी खूब पटी. पापा में हम दोनों को एक एक खिलौना खरीद दिया . हम दोनों उस से खूब खेले . राघव भैया के साथ दो तीन दिन का साथ बहुत अच्छा रहा .बुआ की नवजात पुत्री ( नन्ही परी ) को देखकर मेरे अंदर खूब उत्सुकता रही , उसको रोता देख मै तुरंत चुप कराने के लिए बुआ /मम्मी से कहता . यहाँ पर मै भैया के रोल में आ गया था . मै उसे बाबू बुलाता था . नन्ही परी और राघव भैया अब दिल्ली में मेरे साथ नहीं है पर उनकी बहुत याद आती है .
राघव और माधव
राघव और माधव
राघव और माधव
नन्ही परी
5 comments:
खूब मस्ती छनी है..:)
खुब मस्ती कर रहे हो ओर हमे भी डरा रहे हो भाई इस नकली पिस्तोल से, बाबा बहुत डर लग रहा है....
मज़ा आया मस्ती देखके
आपको एवं आपके परिवार को गणेश चतुर्थी की शुभकामनायें ! भगवान श्री गणेश आपको एवं आपके परिवार को सुख-स्मृद्धि प्रदान करें !
बहुत सुन्दर !
अरे वाह :)
गणेश चतुर्थी की शुभकामनायें
अनुष्का
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