Tuesday, December 21, 2010

डाबर च्यवनप्राश पोटी है !


सर्दी के मौसम में घर में सभी लोग आज कल च्यवनप्राश खाने लगे है . रात को खाना खाने के बाद एक चम्मच डाबर च्यवनप्राश , एक ग्लास दूध के साथ . मुझे ये च्यवनप्राश अच्छा नहीं लगता है सो मम्मी मुझे नहीं देती है . कल यु ही पापा जब च्यवनप्राश खा रहे थे तो उन्होंने मुझे भी खाने को कहा . मैंने फट से मना कर दिया और कहा कि ये तो पोटी है .सबकी हंसी फुट पडी .

3 comments:

सुरेन्द्र सिंह " झंझट " said...

bhaiya madhav !
chyvan pras jaroor khao..
aur hansoge.

राज भाटिय़ा said...

डाबर वालो से बच के बेटा, कही लेने के देने ना पड जाये, वेसे मूझे भी स्वाद नही लगता, ओर हमारे यहां मिलता भी नही ना :)

रानीविशाल said...

सच्ची माधव डाबर वालों को पता चला तो ......!!
:)

 
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