Thursday, December 2, 2010

आरा में एक दिन का टेलरिंग क्लास

आरा में एक दिन मम्मी सिलाई मशीन पर कुछ काम कर रही थी , तभी मुम्मी को कुछ काम याद आया ओउर वो मशीन छोड़ कर कही चली गयी . उस वक्त मै कुरकुरे या चुलबुले खा रहा था . मशीन खाली देख मेरा दिल मशीन चलाने को किया . बस दिल की सुनकर , मशीन पर लग गया और मशीन चलाना शुरू किया . पर थोड़ी देर में ही मम्मी आ गयी , उन्होंने दूर से ही मुझे मशीन चलाते देख लिया . डांटते हुवे ज्यो ही मम्मी मेरी तरफ बड़ी , मैं मशीन छोड़ पापा की तरफ भागा , जो इस लम्हे को अपने मोबाईल से शूट कर रहे थे . मै पापा के गोद में चला गया और मम्मी को चिढाने लगा .

3 comments:

Yashwant R. B. Mathur said...

बहुत अच्छी ट्रेनिंग क्लास रही!यार मुझे भी कुछ सिखा दो:)

God Bless!

palash said...

चलो अच्छा है कुछ नया सीख लिया , अब हमे जब सीखना होगा हम आपसे सीख लेंगें

शिक्षामित्र said...

सूई चुभ जाए,तो खून निकल आता है। अगली बार संभाल के।

 
Copyright © माधव. All rights reserved.
Blogger template created by Templates Block Designed by Santhosh
Distribution by New Blogger Templates