तसवीरें में ध्यान दे , पैर की तरफ , जी हाँ जूते ! मेरे नहीं पापा के है, पर मैंने पहन रखे है. आज सुबह जब पापा ने शुज मांगे तो मैंने शुज लाया तो जरुर, पर खुद ही पहन लिया . ये मेरी पुरानी आदत है और दिन पर दिन बढ़ती जा रही है . पापा , मम्मी, मामा किसी के भी जूते , चप्पल को अपना ही समझता हूँ और पहन लेता हूँ. मै जूतों , चप्पल का प्रेमी तो हूँ और कभी भी बिना जूते /चप्पल के नहीं रहता , पता नहीं , दूसरों के जूते , चप्पल पहन कुछ ज्यादा ही मजा आता है . आज सुबह भी यही हुआ , बस क्या था , पापा ने कुछ स्नैप ले लिए , आप देखे , कैसे है !
Tuesday, April 13, 2010
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
6 comments:
Jawab nahi....
ati uttam.
चर्चा मंच पर
महक उठा मन
शीर्षक के अंतर्गत
इस पोस्ट की चर्चा की गई है!
--
संपादक : सरस पायस
@ रावेंद्रकुमार रवि
माधव की चर्चा के लिए आभार. यहाँ मंच पर सभी दोस्तों से मिल पाते है , यहीं सबसे अच्छी बात है , आपको दुबारा धन्यवाद
@ राइना
धन्यवाद
curry 7
adidas stan smith
red bottom shoes
jordan 12
retro jordans
air max 2018
moncler outlet
balenciaga
yeezy boost 350
supreme clothing
browse around these guys see this site check it out informative post go to this website click resources
Post a Comment