इस संडे से पहले मेरे लिए सारे दिन एक जैसे थे . सोमवार से रविवार कोई फर्क नहीं पर पिछले हफ्ते से मेरी लाइफ में भी संडे की value आ गयी . स्कुल में admission होने से मेरी लाइफ में भी संडे आने लगा है . पिछले हफ्ते सोमवार से शुक्रवार तक स्कुल जाने से शरीर कुछ थक सा गया था . सो शनिवार और रविवार को सुबह देर से उठा . उठते ही बाहर पार्क में चला गया . वहाँ कुछ दोस्तों के साथ धुल -मिट्टी में खेला . पापा थोड़ी देर में मेरी खोज खबर लेने आये और मुझे लेकर घर गए . मम्मी ने धुप में तेल से मालिश की और नहा धोकर पोलियो ड्रॉप पीने गया .
स्कुल में एडमिसन होने के बाद ये मेरा पहला संडे था जिसको मैंने फंडे बनाया.
5 comments:
अब तो हमें भी सन्डे के फंडे पता चल गए :)
God Bless!
सन डे माने सूर्य का दिन .सूर्य की तरह तुम्हारा ज्ञान चमके.
अबे मजा आ गया ना संडे का, ओर बेटा खुब खेल मिट्टी मे खुब मजबुत बनेगा, लेकिन किसी को पत्थर नही मारना, तो आज तो बेटा मंडे हे:) अरे पापा को बोल हर एक दिन के बाद यह संडे क्यो नही ले आते
हूं ...... हैव फन .....
सचमुच।
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