
मेरी दो दादीयाँ पिछले दिनों गंगा सागर की यात्रा पर निकली है. उनकी मंजिल मकर संक्रांती यानी १४ जनवरी को गंगा सागर पर दुबकी लगाने की है .गंगासागर पर उस दिन बहुत बड़ा मेला लगता है .यात्रा देवघर , गंगासागर , जगन्नाथपुरी, तिरुपती बालाजी , मद्रास . मदुरै , रामेश्वरम , कन्याकुमारी , नासिक ,उज्जैन , पुष्कर , मथुरा , चित्रकूट तक की है . मेरी दोनों दादी धर्म परायण है .मेरी इश्वर से प्रार्थना है कि ईश्वर उनकी इस धर्म यात्रा को सफल बनाएँ .

बड़ी दादी

छोटी दादी

5 comments:
अरे भाई, दादी के साथ पोते को भी जाना चाहिये था। अभी कौन सा स्कूल के दिन हैं।
भाई, थोडा बहुत घूम घाम ले, आने वाले दिन तेरे लिये बहुत बिजी होंगे।
आपकी दादी जी को हार्दिक शुभकामनाएं।
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सांपों को दुध पिलाना पुण्य का काम है?
हमारी शुभकामनायें तुम सब लोगों के साथ हैं.
हार्दिक शुभकामनाएं।
हार्दिक शुभकामनाएं।
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