होली के दो दिन बाद वाराणसी में मेरी परनानी का स्वर्गवास हो गया . वो मेरे नाना नानी के साथ बक्सर में रहती थी , साँस की बीमारी के चलते उन्हें वाराणसी के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने अपना शरीर त्यागा . वो मुझे बहुत प्यार करती थी , ये तस्वीर उनकी मृत्यु के लगभग एक महीने पहले( ८ फरवरी २०१०) की है
उनको मेरा आखिरी प्रणाम
Wednesday, March 31, 2010
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1 comments:
bahut hi dukh hua jaankar
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