माधव जी सुबह बोले " पापा कामूट (कम्पूटर ) गेम देखना है".Monster Truck Challenge नाम का गेम बड़े चाव से देखते है . और हर बार रेस में गोल्ड लेने की ही बात करते है . कभी कभी पूछते है " पापा गाड़ी कौन चला रहा है " . मै बोलता हूँ " माधव "
मै घर से ऑफिस के लिए निकला तो पीछे पड़ गए कि मुझे भी घूमने जाना है , रिश्वत देनी पडी , जनाब को एक डेरी मिल्क के दस रूपये वाला चोकलेट देकर फुसलाया तब जाकर ऑफिस आया .
माधव का हर लम्हा लिखने लायक है , बचपन वाकई बहुत भोला और सुंदर होता है और बच्चे भगवान का रूप होते है.
5 comments:
रिश्वत?????
अन्ना हजारे को पता चल गया तो?
घर पर तो मस्ती ही मस्ती माधव की...
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पाखी की दुनिया : आकाशवाणी पर भी गूंजेगी पाखी की मासूम बातें
बहुत अच्छी पोस्ट| धन्यवाद|
वाकई बच्चे भगवान का रूप होते हैं....
बहुत प्यारी रचना . बधाई . आज है मेरे बेटे सृजन का जन्म दिन ...देखें - बाल मंदिर
http://baal-mandir.blogspot.com/
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