Thursday, August 12, 2010

बरसात की एक शाम

कल (11 August,2010)दिल्ली के शाम में अचानक घने बादल छाने लगे. बिलकुल घने काले काले मेघ . हवा तेज चलने लगी और आधे घंटे बाद खूब जोरदार बारिस हुई . घुमड़ते हुवे बादल देखने के लिए मै पापा मम्मी के साथ छत पर गया . क्या मस्त माहौल था . बिलकुल काले काले बादल बहुत नीचे से गुजर रहे थे. पक्षी आसमान में उड रहे थे, शायद अपने घोसलो की तरफ जा रहे थे . कबूतर , कौवे , गौरैया , मैना जैसे कई पक्षी आसमान में इधर उधर उड़ रहे थे , बहुत ही विहंगम दृश्य था .इतना नयनाभिराम दृश्य के बाद, करीब आधे घंटे के बाद खूब तेज बारिस हुई . हमें छत से नीचे आना पड़ा . टी वी खोला , बारिस के चलते डी टी एच सिग्नल नहीं ले पा रहा था . एक घंटे के बाद बारिस बंद हुई टी वी खोला , ब्रेकिंग न्यूज आ रही थी ," दिल्ली में बारिस से कोहराम ". न्यूज़ चैनल ने नायक को खलनायक बना दिया .






















बारिस में मोर को नाचते सूना और देखा होगा अब माधव का डांस भी देख ले .

20 comments:

संगीता पुरी said...

बच्‍चों को तो हर बात में मजा है .. बडे होने पर मालूम होगा कहां कितनी समस्‍याएं हैं .. एक घंटे तक टी वी नहीं प्रसारित हो पाएगी .. तो ऐसे बारिश को कहर कहा ही जा सकता है !!

Unknown said...

yes, tomorrow's rain was really memorable but awesome too. i reached my home 3 hours late due to traffic. it was horrible las night.

Unknown said...

pic are fantastic, be Happy

Unknown said...

maadhav's video dance is awesome, try hand in some Tv reality show

Chinmayee said...

Tumhari bate padh kar maza aata hai Madav ...

कुमार राधारमण said...

संदेश साफ हैः हमें अपना पर्यावरण ऐसा रखना चाहिए कि बादल,बारिश और पक्षियों को उड़ते देखने का सुख सब दिन प्राप्त होता रहे।

हरि said...

सिक्‍के के दो पहलू होते हैं।

सचिन श्रीवास्तव said...

प्रिय माधव पहली बार आपके ब्लॉग पर आया और यकीनन अब आता रहूंगा।

Udan Tashtari said...

बहुत अच्छा मौसम हुआ था..हमें भी नाचने का मन हो रहा है विडिओ देख कर. :)

रावेंद्रकुमार रवि said...

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मन ललचाकर रह गया!
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राज भाटिय़ा said...

बहुत सुंदर माधव

Urmi said...

बहुत सुन्दर तस्वीरें हैं और तुम्हारा डांस देखकर तो मुझे भी नाचने का मन कर रहा है!

नीरज मुसाफ़िर said...

अरे भाई, बारिश में भीगे क्यों नहीं?
गर्मी की बारिश में भीगने से शरीर तन्दुरुस्त रहता है।
जब बारिश पडे तो दस मिनट बरसने दें। उसके बाद कपडे उतारकर बाहर निकलें। और खूब भीगें।

कडुवासच said...

... bahut khoob !!!

Anonymous said...

तो मौसम का आनंद लिया जा रहा था.....

संजय भास्‍कर said...

बहुत पसन्द आया

दिगम्बर नासवा said...

फोटो तो बहुत लाजवाब हैं .. किसने खींचे हैं ... जबरदस्त ...

Sharif Khan said...

आप बच्चे हैं. मन के सच्चे हैं. सारे जग की आँख के तारे हैं. हमारे यहाँ बहुत सारे हैं. इसलिए आप हम को प्यारे हैं.

http://haqnama.blogspot.com/2010/08/success-of-life-sharif-khan.html

Online Duniya said...

Your post are awesome. thanks for posting like this Madhav.
thanks
Online Duniya

Student Daily said...

madhav bhai, just wanna say you are doing a great job.

 
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