माधव की छुट्टियाँ का आनंद तीन गुना हो गया है . पिछले एक महीने से समर वैकेसन चल रहा था था पर माधव अकेले होने के कारण छुट्टियों का लुत्फ़ पूरी तरह नहीं ले पा रहे थे , पर ये समस्या अब दूर हो चुकी है . माधव की एक दीदी (वर्षा ) और एक छोटी बहन (खुशी ) (जिसे माधव "बुचिया "कहते है )बुआ के साथ दिल्ली आई है . माधव अपनी बुआ और दोनों बहनों को रिसीव करने रेलवे स्टेशन भी गए थे . अब जनाब दिन भर दोनों बहनों के साथ खेलते है , दिल्ली भ्रमण भी हो रहा है और छुट्टियाँ मजे से कट रही है .




1 comments:
बहुत ही बढि़या।
कल 13/06/2012 को आपकी इस पोस्ट को नयी पुरानी हलचल पर लिंक किया जा रहा हैं.
आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!
'' छोटे बच्चों की बड़ी दुनिया ''
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