पिछले रविवार को हम दिल्ली विश्वविदयालय ,कुलपति कार्यालय ,नोर्थ कैम्पस के पार्क में गए थे . गर्मी के मौसम में भी वहा की हरियाली देखकर दिल खुश हो जाता है . वैसे तो दिल्ली में हजारों छोटे बड़े पार्क है पर ये पार्क मुझे सबसे सुंदर और शांत लगता है . पार्क की सुंदर देखभाल के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन की जीतनी तारीफ़ की जाय कम है .
अब बात करे माधव की . पार्क की हरियाली देखकर माधव बहुत खुश हुए . पहले तो जी भर कर दौड़े , खेले कूदे . थकने के बाद हरी घास पर बैठे तो लेट गए फिर लोटते लोटते ही पार्क का एक चक्कर लगा लिया .
माधव को घास पर लोटता देख मैंने मन ही मन कहा -इट हैपेन्स वनली इन बचपन (It Happens only in BACHPAN)
कुलपति का कार्यालय
0 comments:
Post a Comment