Thursday, May 31, 2012

इट हैपेन्स वनली इन बचपन (It Happens only in BACHPAN)


पिछले रविवार को हम दिल्ली विश्वविदयालय ,कुलपति कार्यालय ,नोर्थ कैम्पस के पार्क  में गए थे . गर्मी के मौसम में भी वहा की हरियाली   देखकर दिल खुश हो जाता है . वैसे तो दिल्ली में हजारों  छोटे बड़े पार्क है पर ये पार्क मुझे सबसे सुंदर और शांत लगता है . पार्क की सुंदर देखभाल के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन की जीतनी तारीफ़ की जाय कम  है .


अब बात करे माधव की . पार्क की हरियाली देखकर माधव बहुत  खुश हुए . पहले तो जी भर कर दौड़े , खेले कूदे . थकने के बाद हरी  घास पर बैठे तो लेट गए फिर लोटते लोटते  ही पार्क का एक चक्कर लगा लिया .
माधव को घास पर लोटता देख मैंने मन ही मन कहा -इट हैपेन्स वनली इन बचपन (It Happens only in BACHPAN) 






















                                                 कुलपति का कार्यालय 















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