कल (11 August,2010)दिल्ली के शाम में अचानक घने बादल छाने लगे. बिलकुल घने काले काले मेघ . हवा तेज चलने लगी और आधे घंटे बाद खूब जोरदार बारिस हुई . घुमड़ते हुवे बादल देखने के लिए मै पापा मम्मी के साथ छत पर गया . क्या मस्त माहौल था . बिलकुल काले काले बादल बहुत नीचे से गुजर रहे थे. पक्षी आसमान में उड रहे थे, शायद अपने घोसलो की तरफ जा रहे थे . कबूतर , कौवे , गौरैया , मैना जैसे कई पक्षी आसमान में इधर उधर उड़ रहे थे , बहुत ही विहंगम दृश्य था .इतना नयनाभिराम दृश्य के बाद, करीब आधे घंटे के बाद खूब तेज बारिस हुई . हमें छत से नीचे आना पड़ा . टी वी खोला , बारिस के चलते डी टी एच सिग्नल नहीं ले पा रहा था . एक घंटे के बाद बारिस बंद हुई टी वी खोला , ब्रेकिंग न्यूज आ रही थी ," दिल्ली में बारिस से कोहराम ". न्यूज़ चैनल ने नायक को खलनायक बना दिया .

बारिस में मोर को नाचते सूना और देखा होगा अब माधव का डांस भी देख ले .