माधव ने डम्ब बेल देखे और सोचा कुछ हाथ आजमाया जाय . पर बहुत प्रयास के बाद भी डम्ब बेल नहीं उठे . फिर सोचा कुछ बड़ा हो जाऊ फिर बॉडी बनाउंगा , वैसे अपनी बॉडी सबको दिखाता रहता है माधव .
Friday, July 16, 2010
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(a little blogger )
19 comments:
माधव भइया तुम बहुत क्यूट हो....और तुम्हारे पापा बड़े खुराफाती....खूब खुश रहो
बबुआ, अभी आपके हाथों में ये फुटबॉल ही अच्छा लगता है। बिलकुल सही फैसला किया। जल्दी से बड़े हो जाओ।
माधव, तुम्हारी कसरत बहुत अच्छी लगी ...
बच्चू ध्यान से कही पेर मत तुडवा लेना
ये क्या डम्ब बेल उठाते उठाते गुब्बारा उठा लिया
Salmaan Khan ban ne ka soch rahe ho beta ... dhyaan rakhna jara ...
अरे माधव तुम उठाते तो उठ जाते पर तुम तो उनको घुमाते हुए लग रहे हो...........चलो अब कल फिर उठाना.....
बडा होके नाम करेगा।
................
नाग बाबा का कारनामा।
व्यायाम और सेक्स का आपसी सम्बंध?
जोर लगा के हईशा ..जोर लगा के हुईशा .........
इस बार के बाल चर्चा मंच पर देखेंगे!
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बहुत-बहुत बधाई!
जोर लगा के हुईशा .........
थोडा हमें भी सिखा दो भाई :)
लगे रहो माधव....
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'पाखी की दुनिया' में समीर अंकल के 'प्यारे-प्यारे पंछी' चूं-चूं कर रहे हैं...
u r very cute.good eexercise.
Kya andaj hain...
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'बाल-दुनिया' हेतु बच्चों से जुडी रचनाएँ, चित्र और बच्चों के बारे में जानकारियां आमंत्रित हैं. आप इसे hindi.literature@yahoo.com पर भेज सकते हैं.
जरा संभाल कर...चोट न लगे.
लगे रहो मुन्ना भाई
वाह बॉडी तो बहुत बढ़िया है!
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आपकी पोस्ट की चर्चा यहाँ भी है-
http://mayankkhatima.blogspot.com/2010/07/7.html
माधव की Body तो एकदम गजब हो गई...बधाई.
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