माधव जब पिछले दिनों बीमार हुआ था तब उसने दूरबीन खरीदने को कहा . बीमारी में माँगी गई हर मांग पूरी की जाती है . सो दूरबीन आया और माधव ने उससे काफी प्रयोग किया.
अरे वाह! माधव, मज़ा आ रहा है न दूरबीन से देखने में... अब जब कभी घूमने जाना तो इसे ज़रूर ले जाना और फिर देखना पास के साथ-साथ दूर के दृश्यों को भी देखने में बहुत मज़ा आएगा..
मेरा नाम माधव हूँ.. .. मेरा जन्म मंजू गीता मिश्रा होस्पीटल पटना में हुआ .आज कल मै मम्मी - पापा के साथ दिल्ली में रहता हूँ.सबका लाडला हूँ और खूब शैतानियाँ करता हूँ . इन सबको सहेज कर पापा (मृत्युंजय कुमार राय) ने ये ब्लॉग बनाया है जहां आप मेरे जहाँ को देख- पढ़ सकते है.
पापा का अपना ब्लॉग भी है - http://qsba.blogspot.com/
4 comments:
bhtrin prstuti ..akhtar khan akela kota rajsthan
अरे वाह! माधव, मज़ा आ रहा है न दूरबीन से देखने में... अब जब कभी घूमने जाना तो इसे ज़रूर ले जाना और फिर देखना पास के साथ-साथ दूर के दृश्यों को भी देखने में बहुत मज़ा आएगा..
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