Monday, January 24, 2011

संडे इज फंडे ( Sunday is Fun Day )


इस संडे से पहले मेरे लिए सारे दिन एक जैसे थे . सोमवार से रविवार कोई फर्क नहीं पर पिछले हफ्ते से मेरी लाइफ में भी संडे की value आ गयी . स्कुल में admission होने से मेरी लाइफ में भी संडे आने लगा है . पिछले हफ्ते सोमवार से शुक्रवार तक स्कुल जाने से शरीर कुछ थक सा गया था . सो शनिवार और रविवार को सुबह देर से उठा . उठते ही बाहर पार्क में चला गया . वहाँ कुछ दोस्तों के साथ धुल -मिट्टी में खेला . पापा थोड़ी देर में मेरी खोज खबर लेने आये और मुझे लेकर घर गए . मम्मी ने धुप में तेल से मालिश की और नहा धोकर पोलियो ड्रॉप पीने गया .

स्कुल में एडमिसन होने के बाद ये मेरा पहला संडे था जिसको मैंने फंडे बनाया.











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5 comments:

Yashwant R. B. Mathur said...

अब तो हमें भी सन्डे के फंडे पता चल गए :)

God Bless!

vijai Rajbali Mathur said...

सन डे माने सूर्य का दिन .सूर्य की तरह तुम्हारा ज्ञान चमके.

राज भाटिय़ा said...

अबे मजा आ गया ना संडे का, ओर बेटा खुब खेल मिट्टी मे खुब मजबुत बनेगा, लेकिन किसी को पत्थर नही मारना, तो आज तो बेटा मंडे हे:) अरे पापा को बोल हर एक दिन के बाद यह संडे क्यो नही ले आते

Chaitanyaa Sharma said...

हूं ...... हैव फन .....

Dr. Zakir Ali Rajnish said...

सचमुच।

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क्‍या आपको मालूम है कि हिन्‍दी के सर्वाधिक चर्चित ब्‍लॉग कौन से हैं?

 
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